फिल्म के एक सीन में मधुबाला जी को झूला झूलते हुए, एक गाना गाते हुए दिखाया गया था। उस सीन के पूर्ण होते ही यूनिट के सारे लोग डिनर पर चले गए और एक घंटे का ब्रेक दिया गया था। मधुबाला जी ड्रेस चेंज करने के चक्कर में डिनर को लेट हो गयीं। फिर जब वे मेकअप रूम से उस महल के डायनिंग टेबल कि तरफ जा रहीं थी तो, बीच में ही देखा कि कैमरा मैन अभी तक वहीं मौजूद थे। उनका काम अभी सिमट नही पाया था। और इतना ही नही उन्होने मधुबाला जी को पास बुला कर कहा कि देखिए मैम। ये झूला, हमने शूटिंग के बाद रोक दिया था। और अब सभी डिनर पर जा चुके है। और फिर भी ये झूला अभी भी कितनी जोर जोर से, अपने आप ही झूल रहा है। मधुबाला जी डर गयी और कहा ये सब कैसे हो गया? अच्छा आप जा कर उस झूले को मेरे सामने एक बार रोक कर आइये, फिर देखतें हैं कि क्या होता है? कैमरा मैन ने डरते डरते वैसा ही किया, और भाग कर पुनह वापिस आ गया। उसके थोड़ी ही देर बाद वो झूला धीरे धीरे खाली झूलने लगा और तभी तेजी से बादल छाने लगे बिलजी चमकने लगी। जब भी किसी प्रेतात्मा का सामना किसी भी जीवित व्यक्ति से होता है, तो सबसे पैहल वहां का मौसम बदलने लगता है। पहले वहां का तापमान शून्य हो जाता है व कंपकंपी आने लगती है और या बादलों की तेज गर्जना के साथ बारिश होने लगती है। बस, यही इस समय भी हुआ। कि जैसे जैसे झूले की स्पीड बढ़ती गई वैसे वैसे मौसम भी भयानक होने लगा। तेज हवाएं ,थंडरिंग, होने लगी। अचानक उस तेज झूल रहे झूले में एक और ब्लैक शरारा पैहने हुए एक औरत बैठी दिखाई दी और तभी तेजी से ……….