महिला उद्यमी: व्यवसाय को सशक्त बनती महिलाएं भारत आज विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है तो कही न कही आज भारत की महिलाएं उन पुरानी मानसिकता को हटाते हुई आगे बढ़ रही है चाहे वो कोई भी चैत्र हो आज महिलाओं की संख्या पुरूषों की संख्या से काफी अधिक है। अगर आप इतिहास की पन्नों को पलट के देखेंगे तो वहा भी आपका हमारे महिलाओं की वीरता की छबि नज़र आयेगी। तभी तो हमारा भारत आज सबसे महान है क्योंकि जिस देश की बागडोर एक महिला के हाथों में हो और जहां पुरुष की समान और साथ हो तो देश में विकास होना निश्चित है। नमस्कार मैं तुशाली स्वागत करती हूं आपका mystartuptv के खास रिपोर्ट में कहा आज हम उन महिला उद्यमी के बारे में जानेंगे जिनकी मेहनत और सफलता ने उन्हें देश में लाखो करोड़ों युवा को प्रेणा दी है जिससे वो सिख लेकर आगे बड़ सेक। तो आइए जानते है उन लाखो में से कुछ महिलाओं के बारे में को सारी महिलाओं की हिमत का एक प्रतिबिम है। किरण मजूमदार शो: जैव प्रौद्योगिकी उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ जैव प्रौद्योगिकी उद्योग में अग्रणी हैं। अपनी दूरदर्शिता और नेतृत्व के साथ, उन्होंने बायोकॉन को भारत की सबसे बड़ी बायोफार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक बनने में मदद की है, जो स्वास्थ्य देखभाल में प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रही है और जीवन रक्षक दवाओं को किफायती बना रही है। नायका के संस्थापक, फाल्गुनी नायर ने भारतीय सौंदर्य उद्योग में क्रांति ला दी। एक ऑनलाइन सौंदर्य बाज़ार, नायका सौंदर्य और कल्याण उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है और स्थापित और उभरते दोनों ब्रांडों के लिए एक मंच प्रदान करता है। नायर की उद्यमशीलता यात्रा ने सौंदर्य और ई-कॉमर्स क्षेत्रों में अनगिनत महत्वाकांक्षी उद्यमियों को प्रेरित किया है। ऋचा कर: अधोवस्त्र खरीदते समय महिला सशक्तिकरण ऋचा कर ने महिलाओं को व्यक्तिगत और आरामदायक खरीदारी अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से जिवामे की स्थापना की। उनके अभिनव दृष्टिकोण ने न केवल अधोवस्त्र उद्योग को बदल दिया है बल्कि महिलाओं को अपने शरीर को अपनाने और सूचित विकल्प चुनने के लिए सशक्त बनाया है। उपासना टाकू: डिजिटल भुगतान में क्रांतिकारी बदलाव उपासना टाकू भारत में अग्रणी डिजिटल ...