पापा कहते हैं

By: Sri Nath Arora
  • Summary

  • जनवादी हिंदी लेखन के मुख्य हस्ताक्षर श्री श्रीनाथ जी हिंदी लेखन में १९७६ से २०१५ तक सक्रिय रहे। जोंक, मुक्तिपर्व एवं उपसंहार उनके प्रकशित कहानी संग्रह में से हैं । यह पॉडकास्ट उनकी चुनिंदा लघु कथाओं का ऑडियो रूपांतर है । बीस तीस साल पहले लिखी गयीं ये कथाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, क्योंकि बीस तीस साल बाद भी न हमारा समाज बदला न हम।
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Episodes
  • अर्थ-अनर्थ
    Oct 25 2020

    क्या एक शब्द गिरगिट की तरह अलग अलग परिस्थियों में कैसे अपने मतलब बदलता है ?

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    3 mins
  • कारण और सम्बन्ध
    Oct 25 2020

    एक शहर में एकाएक अपराध गायब हो गए , जनता हैरान और कारण जो आप सोच नहीं सकते ।

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    3 mins

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In the spirit of reconciliation, Audible acknowledges the Traditional Custodians of country throughout Australia and their connections to land, sea and community. We pay our respect to their elders past and present and extend that respect to all Aboriginal and Torres Strait Islander peoples today.